यदि आपको या आपके साथी को थैलेसीमिया है, तो अपने डॉक्टर से बात करें, जो आपको परिवार बढ़ाने की योजना बनाने से पहले आपकी मदद कर सकते हैं। इससे आपको अपने बच्चों में यह बीमारी होने की आशंका को समझने में मदद मिलेगी और आप प्रसवपूर्व परीक्षण कराकर इस बीमारी से मुक्त बच्चे पैदा कर सकेंगे।
थैलेसीमिया के रूप
सामान्य हीमोग्लोबिन में दो शृंखलाएं होती हैं और प्रत्येक शृंखला में अल्फा और बीटा ग्लोबिन होती है, लेकिन थैलेसीमिया के मरीज में अल्फा या बीटा ग्लोबिन की कमी होती है। हीमोग्लोबिन अणु की कौन-सी शृंखला प्रभावित है, उसी के आधार पर थैलेसीमिया को वर्गीकृत किया जाता है।
बरतें सावधानी
रक्त चढ़ाने वाले लोगों को किसी भी प्रकार का आयरन सप्लिमेंट लेने से बचना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में अधिक मात्रा में आयरन का निर्माण हो सकता है, जो हानिकारक हो सकता है। अधिक रक्त चढ़ाने वाले रोगियों में अतिरिक्त आयरन को हटाने में मदद करने के लिए आयरन कीलेशन थैरेपी कराने की आवश्यकता हो सकती है।
क्या है इलाज
थैलेसीमिया मेजर
जब पति-पत्नी दोषपूर्ण जीनों के वाहक हो और जब वे संतान पैदा करते हैं, तो उनके चार में से एक बच्चे में उनके वाहक जीन आने की आशंका हो सकती है और वह बच्चा बीटा थैलेसीमिया मेजर से पीड़ित हो सकता है।
थैलेसीमिया माइनर
थैलेसीमिया माइनर तब होता है, जब मरीज माता-पिता में से केवल एक से दोषपूर्ण जीन प्राप्त करता है। अल्फा और बीटा थैलेसीमिया के माइनर रूप वाले लोगों में लाल रक्त कोशिकाएं छोटी होती हैं।
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