मुझे अचानक ही कमर व पैरों में दर्द होने लगा, चलने-फिरना तो दूर लेटे-लेटे करवट भी नहीं ले पाती थी। और हिलने-डुलने में भी असहनीय दर्द होता था। इसी बीच 12 अगस्त 2019 को इंदौर में प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी जी को दिखाया। उन्होंने जांच करवाकर दवाएं चालू करवाई। साथ ही नेचुरोपैथी इलाज के लिए एडवाइस किया। इस पर नेचुरोपैथी अस्पताल में भर्ती होकर होम्योपैथी दवाईयों के साथ नेचुरोपैथी थेरेपी भी शुरू की। लगभग 4 दिन में ही करवट बदलने लग गई और मुझे आराम लगने लगा। और एक सप्ताह में स्वयं अकेले चलने-फिरने लग गई थी। होम्योपैथी दवाईयों के साथ नेचुरोपैथी इलाज डेढ़ माह तक लिया, जिससे मुझे काफी आराम लगने लगा। मैं स्वयं नहाना, कपड़े धोना नहीं कर पाती थी जो धीरे-धीरे करने लग गई। मैं पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद भी आज तक होम्योपैथी दवाईयां ले रही हूं ताकि भविष्य में कभी कोई परेशानी न हो साथ ही योग व प्राकृतिक चिकित्सकों द्वारा बताए आसन नियमित घर पर करती रहती हूं। मैं शासकीय नौकरी में सेवारत हूं। इसलिए अब फील्ड वर्क होने से सारे कार्य मैं स्वयं कर लेती हूं। क्योंकि पहले में अकेले कहीं आना-जाना नहीं कर पाती थी लेकिन अब मैं अकेले आना-जाना करती हूं।
- मंजुला शर्मा, गंधवानी, धार
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