मुझे वर्ष 1993 से खांसी व सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, महू में डॉक्टर साबह को दिखाया, उन्होंने टीबी बताकर लगभग एक वर्ष तक इलाज किया। उससे आराम नहीं मिला, फिर महू में चेस्ट स्पेशलिस्ट को दिखाया उन्होंने बताया कि सांस की एलर्जी है और दवा दी। कुछ दिनों तक आराम रहा, लेकिन फिर तकलीफ होने लगी।
इंदौर में चेस्ट स्पेशलिस्ट को दिखाया, उन्होंने दवा लिखकर दी और बोले कि दवा के साथ आजीवन इनहेलर लेना पड़ेगा। चोइथराम हॉस्पिटल में शरीर के लगभग सभी अंगों का चेकअप कराया, लेकिन रिपोर्टर में कहीं कुछ नहीं निकला। यहां के चिकित्सकों द्वारा लिखी दवा सेवन कर इनहेलर लेता रहा। कुछ विशेष आराम नहीं होने पर कई जगह और इलाज कराया लेकिन कहीं से भी आराम नहीं मिला।
एक दिन समाचार-पत्र में डॉ. एके द्विवेदी साहब एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. इंदौर के होम्योपैथी चिकित्सक के बारे में पढ़ा, उनके द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क कर अपनी तकलीफ के बारे में बताया। उन्होंने ठीक होने का आश्वासन देकर दिखाने को बोला। मैंने डॉक्टर द्विवेदी सर को दिखाया, उन्होंने पहले एक हफ्ते की दवा दी और बोले कि इस दवा का सेवन कर फिर मुझे बताईये। मैंने एक हफ्ते दवा ली, मुझे आराम लगने लगा, एक हफ्ते बाद फिर दिखाकर दवा ली। मुझे आराम लगने लगा और आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। लगभग 8-10 वर्ष हो गए हैं मुझे श्वास संबंधी किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं हुई।
मैं डॉ. साहब को इस बात का बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं कि, जिन डॉक्टों ने आजीवन दवा सेवन के साथ इनहेलर लेने की सलाह दी छी वहीं डॉ. एके द्विवेदी सर के होम्योपैथिक चिकित्सा से मुझे आराम ही नहीं बल्कि आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ् हूं।
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