मनुष्य के शरीर में कलाई एस ऐसा अंग है जिसका इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है। हमारी दिनचर्या के ज्यादातर कार्यों को पूरा करने के लिए कलाई का उपयोग करना ही पड़ता है। ऐसे में कलाई में कई बार मोच आना या अकड़न होना आम बात है। कलाई में दर्द होना आमतौर पर मोच व अकड़न का संकेत ही देता है, लेकिन कई बार कुछ गंभीर बीमारियां भी ये लक्षण दिखा सकती हैं। इस लेख में जानें ऐसी 5 बड़ी बीमारियों के बारे में जो कलाई में दर्द का कारण बन सकती हैं। कलाई हमारे शरीर के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले अंगों में से एक है और हमारी दिनचर्या के ज्यादातर कार्यों में कलाई को शामिल होना ही पड़ता है। इसलिए कलाई में कई बार मोच आना या अकड़न होना आम बात है और उसके बाद कुछ दिन कलाई को रेस्ट देना पड़ता है। जैसा कि आपको भी पता है कलाई में मोच आना कई बार दर्दनाक तो होता है, लेकिन फिर भी यह आम समस्या है और अपने आप ही ठीक हो जाती है। इसलिए इस स्थिति को इग्नोर कर दिया जाता है। लेकिन कई बार कलाई में होने वाला दर्द कोई आम मोच या अकड़न नहीं बल्कि किसी गंभीर बीमारी का संकेत देता है, जिसकी जल्द से जल्द जांच कराना बेहद जरूरी होता है। इन गंभीर बीमारियों के शुरुआती लक्षण भी कलाई संबंधी सामान्य बीमारियों जैसे ही होती है, लेकिन बाद में परेशानी बढ़ जाती है। आज इस लेख में हम ऐसी ही समस्याओं और उनकी पहचान कैसे की जानी चाहिए आदि के बारे में बताएंगे
रूमेटाइड आर्थराइटिस से कलाई दर्द
सिर्फ कलाई ही नहीं शरीर के किसी भी जोड़ में दर्द होने के पीछे अगर किसी बड़ी बीमारी का नाम आता है, तो वह रूमेटाइड आर्थराइटिस है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है और इसका कोई पक्का इलाज भी नहीं है। लेकिन समय पर देखभाल करके इस स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है। अगर आपको लगता है कि आपकी कलाई में लंबे समय से दर्द हो रहा है और साथ ही शरीर के अन्य जोड़ भी प्रभावित हैं, तो डॉक्टर से एक बार इस बारे में बात जरूर करें।
हड्डियां कमजोर होना है रिस्ट पेन का कारण
हड्डियों की कमजोरी को मेडिकल भाषा में ऑस्टियोपोरोसिस कहा जाता है। यह भी हड्डी के रोगों का ही एक प्रकार है, जिसमें हड्डियां गंभीर रूप से कम पड़ जाती हैं। अच्छी बात यह है कि इस बीमारी का इलाज संभव है और दवाओं व खास प्रकार के सप्लीमेंट्स की मदद से हड्डियों की शक्ति को फिर से लाया जा सकता है।
कार्पल टनल सिंड्रोम से कलाई में दर्द
सीटीएस यानी कार्पल टनल सिंड्रोम भी कलाई में दर्द पैदा करने वाला कारण बन सकता है। हालांकि, इसमें दर्द होने का साथ-साथ हाथ सुन्न पड़ जाता है और झुनझुनी भी महसूस होती है। सीटीएस में कलाई की हड्डियों के बीच से निकली कोई नस दब जाती है, जिससे यह दर्द व अन्य समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
गैंगलियोन सिस्ट से हो सकता है कलाई में दर्द
कुछ लोगों की कलाई के ऊपर एक अजीब सी गांठ बन जाती है। डरने की जरूरत नहीं है यह कोई कैंसर की गांठ नहीं है। वहीं कुछ लोगों को गैंगलियोन सिस्ट से दर्द महसूस नहीं होता है, जबकि अन्य लोगों के लिए यह स्थिति काफी दर्दनाक हो सकती है। इसलिए अगर आपको कलाई में दर्द के साथ-साथ कुछ गांठ जैसा भी महसूस हो रहा है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
किन बॉक्स डिजीज से कलाई में दर्द
किन बॉक्स डिजीज वैसे तो एक दुर्लभ बीमारी है, लेकिन यह सीधे कलाई को ही क्षति पहुंचाती हैं। इसमें कलाई की सबसे छोटी हड्डी में रक्त की सप्लाई कम हो जाती है और इस कारण से समस्याएं भी पैदा होने लगती हैं। अगर समय पर किन बॉक्स डिजीज की देखभाल न की जाए तो इससे हड्डी में स्थायी नुकसान हो सकता है।
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