कोविड से ठीक होने के बाद दिख रहे ये 4 लक्षण तो हो सकते हैं हार्ट मसल्स में कमजोरी के संकेत

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कोविड से ठीक होने के बाद दिख रहे ये 4 लक्षण तो हो सकते हैं हार्ट मसल्स में कमजोरी के संकेत

क्या कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद आप में पोस्ट कोविड लक्षण नजर आ रहे हैं? कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद लोगों में पोस्ट कोविड लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें थकान और कमजोरी सबसे सामान्य है। लेकिन अगर आपको धडक़ने बढऩा, थकान, कमजोरी, सीने में दर्द और सांस लेने में समस्या हो तो आपको इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये सभी संकेत कोरोना से ठीक होने के बाद दिल को कमजोर करने के हो सकते हैं। ऐसे में आपको इन लक्षणों पर गौर जरूर करना चाहिए। कोरोना शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। फेफड़े, दिल, मांसपेशियां और आंतें इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। ऐसे में अगर आपको पोस्ट कोविड में कुछ ऐसे लक्षण दिखें, जो सामान्य नहीं है तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत होती है।


इन लक्ष्णों को न करें नजरअंदाज

धडक़ने बढ़ जाना

अगर आप कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी धडक़न को महसूस कर रहे हैं, तो यह दिल कमजोर होने का संकेत हो सकता है। जब हम सामान्य जिंदगी जीते हैं, तो हमारी धडक़न चल रही

कैसे रखें खुद को सुरक्षित

      कोरोना रिकवरी के बाद आपको प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए। इसके साथ ही दिनभर की कोई भी मील आप स्किप न करें।
  • नियमित रूप से योग और प्राणायाम करें। इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होती है।
  • कोरोना से ठीक होने के तुंरत बाद हैवी काम करने से बचें। इसके बाद भी आपको कुछ दिनों तक आराम करने की जरूरत होती है।
  • कोविड रिकवरी के बाद भी कुछ दिनों तक समय-समय पर अपना पल्स रेट और ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें।

होती है लेकिन हमें महसूस नहीं होती है। लेकिन कोरोना रिकवरी के बाद कई लोगों की धडक़ने बढ़ जाती है और वे अपनी धडक़नों को आसानी से महसूस कर पाते हैं। आपके पास ऑक्सीमीटर जरूर होगा, ऐसे में आप अपनी धडक़नों की बार-बार जांच करते रहें। हार्ट रेट बढऩे से आपको परेशानी हो सकती है। आमतौर पर 60-100 के बीच धडक़न होनी चाहिए, लेकिन अगर इससे कम या ज्यादा होती है, तो इसका मतलब है कि आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।

थकान और कमजोरी महसूस होना

हृदय पूरे शरीर में रक्त को पंप करता है। कोरोना रिकवरी के बाद अगर आपको कमजोरी या थकान महसूस हो, तो हो सकता है कि आपका दिल कमजोर हो गया हो। दरअसल, हृदय पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह करता है, जब यह रक्त प्रवाह को चलाने में ज्यादा समय लेता है, तो इसका मतलब है कि हृदय थक गया है। जिससे आप शारीरिक रूप से पूरी तरह से थक जाते हैं। इसलिए कोरोना से रिकवर होने के बाद अगर आपको बहुत ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस हो, तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

सीने में दर्द

सीने में दर्द होना सामान्य समस्या नहीं है, इसलिए आपको इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सीने में दर्द अक्सर हार्ट की कमजोरी का संकेत होता है। कोरोना वायरस हमारे शरीर के ज्यादातर अंगों को प्रभावित कर सकता है। यह फेफड़ों को भी कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से भी सीने में दर्द की समस्या हो सकती है। कोरोना संक्रमित होने के दौरान हमारे कई अंग संक्रमित हो जाते हैं, जिसमें फेफड़े, दिल शामिल हैं। जिसकी वजह से बाद में भी हमारे शरीर में इसका असर देखने के मिलता है। सीने में दर्द होने पर हार्टअटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको थोड़ा सा भी दर्द महसूस हो तो आपको एक बार डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए।

सांस लेने में समस्या

कोरोना संक्रमित होने पर आपने अपना ऑक्सीजन लेवल बार-बार जरूर चेक किया होगा। ऐसे ही आपको कोरोना रिकवरी के बाद भी कुछ दिनों तक करना होगा क्योंकि कोरोना वायरस हमारे दिल को प्रभावित करता है, जिससे बाद में भी हमें सांस लेने में समस्या हो सकती है। इसलिए आपको कोरोना से ठीक होने के बाद भी बार-बार अपना ऑक्सीजन लेवल जरूर चेक करते रहना चाहिए। जैसे ही आपको सांस लेने में समस्या हो या आपका ऑक्सीजन लेवल कम हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।