काम के बोझ से महिलाओं में बढ़ता है हृदय रोग का खतरा

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काम के बोझ से महिलाओं में बढ़ता है हृदय रोग का खतरा

काम का दबाव अधिक तनाव पैदा कर देता है। ये तनाव चाहे पुरूष हो या महिला दोनों के लिए बुरा है। इससे सेहत से जुड़ी समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है। यहां हम अधिक दबाव में काम करने वाली महिलाओं की चर्चा कर रहे हैं। तनाव सेहत का दुश्मन होता है। जब हम ऑफिस में काम करते हैं तो अक्सर लंबे वक्त तक तनाव व दबाव में काम करते हैं जो कि सेहत के लिए बहुत बुरा है। इस आर्टिकल में हम ऐसी स्थिति में काम करने वाली महिलाओं के बारे में बात कर रहे हैं। वे महिलाएं ऐसी जगहों पर काम करती हैं, जहां काम का दबाव या तनाव अधिक रहता है, उन्हें हृदय से संबंधित बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। यह दावा एक नए शोध में किया गया है।

क्या है डेनमार्क के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए शोध में

डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने काम के दबाव और हृदय पर पडऩे वाले प्रभाव का अध्ययन 12 हजार से अधिक नर्सो पर किया। नर्सो की उम्र 45 से 64 वर्ष की थी। उनसे उनके प्रतिदिन के कार्य के दबाव और उस पर उनका नियंत्रण संबंधित सवाल किए गए। शोध के मुताबिक जिन नर्सो पर काम का दबाव ज्यादा था, उन्हें काम के दबाव को नियंत्रित कर लेने वालों के मुकाबले हृदय रोग होने का खतरा 25 प्रतिशत बढ़ जाता है। जबकि अत्यधिक दबाव महसूस करने वाली नर्सो को हृदय रोग होने का खतरा 35 प्रतिशत बढ़ जाता है। लेकिन उम्र के हिसाब से अध्ययन करने पर शोधकर्ताओं ने पाया कि 51 साल से कम आयुवर्ग की नर्सो को हृदय रोग होने की संभावना ज्यादा होती है। यह शोध आक्यूपेशनल एंड इनवायर्मेटल मेडिसीन में प्रकाशित हुआ है।