दिल की बीमारियों को दूर रखने में सहायक
पके भुट्टे कैरोटीनॉयड नामक विटामिन ए का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं जो दिल की बीमारियों की आशंका को कम करने में मददगार होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी, बायोफ्लोविनॉयड और फीनोलिक कोलेस्ट्रोल और उच्च रक्त दबाव के स्तर को नियंत्रित रखता है।
कैंसर को कम करता है
भुट्टा एंटीआक्सीडेंट गुणों का समृद्ध स्त्रोत है। इसमें मौजूद फेरुलिक एसिड, फीनोलिक, बीटा कैरोटीन और कैरोटीन कैंसर जैसी जटिल बीमारियों से लड़ने में फायदेमंद है।
अल्सर से छुटकारा
भुट्टे में कार्बोहाइड्रेट यानी कि घुलनशील तथा अघुलनशील फाइबर की मात्र अधिक होती है। यह आंतों में बैक्टीरिया या बीमारी फैलाने वाले जीवाणुओं को खत्म कर देता है। इससे अल्सर के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। कब्ज और बवासीर जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
याददाश के लिए मददगार
भुट्टे में मौजूद थायमिन और नायसिन जैसे विटामिन हमारे तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य और याददाशत को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। थायमिन याददाशत के लिए आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर का काम करता है, जिसके आभाव में उम्र बढ़ने के साथ-साथ अल्जाइमर रोग हो जाता है। नायसिन की कमी से पैलेगरा होने का खतरा रहता है जिससे दस्त और आंत में सूजन जैसी स्थितियां होने की आशंका रहती है।
हड्डियां होती है मजबूत
भुट्टे के पीले दाने मिनरल्स से भरपूर होते हैं जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। भुट्टे में पाए जाने वाले मिनरल्स गुर्दे को सुचारू ढंग से काम करने में मदद करते हैं।
एनीमिया से बचाव
भुट्टे में मौजूद विटामिन बी और फोलिक एसिज खून की कमी को रोकते हैं। इसे खाने से आयरन की कमी पूरी होती है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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