इंदौर। गर्भाशय कैंसर की रोकथाम के लिए देश को पहली स्वदेश में ही विकसित क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) वैक्सीन अगले कुछ महीनों में मिल जाएगी। सीरम इंट्सीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) के सीईओ अदार पूनावाला ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि लोगों को यह वैक्सीन 200 से 400 रुपए के बीच उपलब्ध कराई जाएगी। वैक्सीन की वैज्ञानिक पूर्णता की घोषणा करने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि वैक्सीन सस्ती होगी और सरकार आम लोगों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित करेगी। वैज्ञानिक पूर्णता मतलब है कि वैक्सीन से संबंधित अनुसंधान एवं विकास गतिविधियां पूरी हो गई हैं। अब अगला कदम वैक्सीन का उत्पादन और लोगों को उसे उपलब्ध कराने का होगा।
सीईओ अदार पूरनावाला ने का कि सीरम छह महीने बाद ओमिक्रोम वैरिएंट को लक्षित विशेष वैक्सीन बाजार में उपलब्ध कराने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि कोवावैक्स को लेकर अच्छे आंकड़े उपलब्ध है। इसकी मूल वैक्सीन नोवोवैक्स ओमिक्रोम के खिलाफ भी काम करती है। उसी के आधार पर कंपनी ओमिक्रोन को ध्यान में रखते हुए नई वैक्सीन विकसित करेगी।
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