इंदौर। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग अभियान एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में अलीराजपुर एवं झाबुआ जिले में हुए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग से पीड़ितों के चिन्हांकन, उपचार एवं नियमित फॉलोअप के लिए अधिकारी स्तर से मैदानी स्तर तक के व्यक्ति पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करें। राज्यपाल पटेल ने कहा कि घर-घर जाकर नियमित रूप से सर्वे कार्य किया जाए। डोर-टू-डोर सर्वे और स्क्रीनिंग की क्रॉस चेकिंग भी की जाए। उन्होंने कहा कि सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग नियंत्रण हेतु जांच, दवा वितरण, मॉनिटरिंग, नियमित फॉलोअप, पीड़ित के पोषण आहार एंव पीड़ित के स्वस्थ होने तक की जानकारी संधारित करने मॉड्यूल तैयार करें। इसके लिए एसओपी तैयार करने के भी निर्देश दिए। 6 अक्टूबर को राज्यपाल पटेल ने अलीराजपुर में झाबुआ और अलीराजपुर के अधिकारियों के साथ सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग अभियान और राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे।
राज्यपाल पटेल ने निर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग के चिन्हांकित व्यक्तियों की नियमित प्रतिमाह जाँच की जाए। आँगनवाडी केन्द्रों पर प्रति मंगलवार को बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सिकलसेल जाँच हो। राज्यपाल पटेल ने कहा कि क्षय रोग चिन्हांकित व्यक्तियों के घर पर परिवारजन की जागरूकता हेतु जागरूकता सूचना लगाई जाए। ग्राम स्तर पर जिन व्यक्तियों को दायित्व सौंपे गए हैं, उनकी भी मॉनिटरिंग हो। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया से बचाव एवं क्षय उन्मूलन के लिए ग्राम स्तर पर जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक अथवा वीडियो फिल्म के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही ग्राम सभा में भी अनिवार्य रूप से सिकलसेल एवं क्षय रोग से बचाव के लिए जागरूकता के प्रयास किये जाएँ। स्कूलों एवं छात्रावासों में जागरूकता के विशेष प्रयास किये जाएँ। निक्षय मित्रों को नियमित रूप से सम्मानित किया जाए। आयुष विभाग के माध्यम से आयुर्वेद दवाएँ सिकलसेल एवं क्षय रोग से पीडित व्यक्ति को प्रदान की जाए। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व में 0 से 18 वर्ष तक के व्यक्तियों की सिकलसेल जाँच की जाती थी, अब इसमें 25 वर्ष तक की आयु के व्यक्तियों की जाँच हेतु प्रावधान हो गए हैं।
सिकलसेल एवं क्षय रोग से पीड़ित रहे बच्चों को राज्यपाल पटेल ने दुलार किया
कलेक्टर अलीराजपुर राघवेन्द्र सिंह ने जिले में चिन्हांकित व्यक्तियों, उनके उपचार के प्रयासों तथा जागरूकता कार्यों की जानकारी दी। कलेक्टर झाबुआ रजनी सिंह ने भी झाबुआ जिले में किए जा रहे कार्यों और मैदानी स्तर के प्रयासों की जानकारी दी। बैठक में सिकलसेल एवं क्षय रोग से पीड़ित रहे बच्चों दिव्या डामोर, शिवम चौहान एवं ओमप्रकाश ने अपने अनुभव बताए। राज्यपाल पटेल ने सिकलसेल एवं क्षय रोग से पीड़ित रहे बच्चों के सिर पर हाथ फेरा, दुलार दिया तथा उनका उत्साहवर्धन किया। बैठक में जनजातीय प्रकोष्ठ के दीपक खांडेकर, राज्य स्तर से डॉ. वर्षा राय, सांसद गुमानसिंह डामोर, जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता चौहान, विधायक सुलोचना रावत और मुकेश पटेल, पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान, रेडक्रास समिति सदस्य किशोर शाह सहित गणमान्यजन उपस्थित थे।
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